2 नीलगाय के उद्यानिकी विभाग की शासकीय माडल नर्सरी में मौत का एक पखवाडे से करंट लगाने वाले आरोपी की तलाश -पोस्टमार्टम रिपोर्ट एवं बयानों में ही उलझा हुआ है एक पखवाडे बाद भी मामला

उज्जैन। एक पखवाडे के दरमियान शासकीय उद्यानिकी विभाग की माडल नर्सरी में 2 नीलगाय की अप्राकृतिक मौत होने का मामला सामने आया था। घटनास्थल पर बिजली के तार में नीलगाय उलझी हुई मिली थी। स्थल पर पोस्टमार्टम किया गया था। इसके बाद से पूरा मामला पोस्टमार्टम रिपोर्ट एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारी,कर्मचारी एवं ठेकेदार के बयानों में ही उलझा हुआ है।

20 मई को दोपहर में शासकीय उद्यानिकी विभाग के जिला कार्यालय से लगी माडल नर्सरी के आम बाग में दो नीलगाय के मृत मिलने का मामला सामने आया था। इस पर उद्यानिकी विभाग ने इसकी सूचना वन विभाग को दी थी। घटनास्थल पर नीलगाय बिजली के तारों में उलझी हुई थी,जिससे आशंका थी की उनकी मौत झटका मशीन के करंट लगने से हुई है। वन विभाग के एसडीओ,रेंजर ने पंचनामा बनाकर नीलगाय का पोस्टमार्टम करवाया था। तत्कालीन स्थिति में पशु चिकित्सक ने नीलगाय के करंट से मौत होने की संभावना को व्यक्त किया था। इसके दो दिन बाद वन विभाग ने मामले में अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया था। घटना सामने आने वाले दिन न तो स्थल से बिजली के तार ही जब्ती में लिए गए थे न ही झटका मशीन को ही जब्ती में लेने के प्रयास किए गए थे।बयानों में उलझा प्रकरण-वन विभाग के सूत्रों के अनुसार मामले में उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक पीएस कनेल, नर्सरी प्रभारी चंदेल ,चौकीदार एवं आम बाग ठेकेदार सहित उनके पति के बयान लिए जाने हैं। इनमें से कुछ लोगों के बयान ले लिए गए हैं और कुछ के बयान शेष हैं। ऐसे में एक पखवाडा बितने पर भी करंट से नीलगाय की मौत के आरोपी स्पष्ट नहीं हुए हैं।6 दिन पहले पहुंची रिपोर्ट-विभागीय रूप से मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार करने की बात अधिकारिक रूप से की गई थी। पशु चिकित्सक डा. अरविंद मैथनिया ने दोनों मृत नीलगाय का पोस्टमार्टम किया था। उन्होंने अपनी रिपोर्ट 21 मई को वन विभाग को प्रेषित कर दी थी जो कि 28 मई को वन विभाग में प्राप्त हो गई थी। रिपोर्ट में चिकित्सक ने नीलगायों की मौत के करंट लगने से होना बताया है।

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